जैसा मन, वैसा जीवन कविता- Vivek Sir
जिंदगी खुशियों का बाजार नहीं, जहां खुशियां ही खुशियां हों, यहां धोखा दुःख सब मिलता है, सहने की ताकत होनी चाहिए, सब आसा…
Thursday, January 02, 2025
जिंदगी खुशियों का बाजार नहीं, जहां खुशियां ही खुशियां हों, यहां धोखा दुःख सब मिलता है, सहने की ताकत होनी चाहिए, सब आसा…
Vivek Global Studies
Thursday, January 02, 2025
प्यार,मोहब्बत, कसमें,वादे, सभी करते है, निभाते कोई कोई है.... साल तो हर साल बदलता है, लेकिन बदलता कोई कोई है..... क्या…
Vivek Global Studies
Thursday, January 02, 2025