आज समाज इतना गन्दा हो चुका है, हर रोज रेप की घटना सामने आ जा रही है, जिस देश में महिलाओं का सम्मान और पूजा की जाती है, दुर्भाग्य है उसी देश में हर रोज़ रेप की घटना सामने आ रही है, अभी एक हफ्ते के अंदर कोलकाता में हुआ रेप, उत्तराखंड में नर्स के साथ, बिहार के मुज्जफरपुर में, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में , इस तरह से ना जाने कितनी घटनाएं हर रोज हो रही, उसी आधार पर एक कविता साझा करता हु, आशा है की ये कविता आपकी आंखों को नम कर देगी।
ये हैवानियत हद से पार हो रही
ये हैवानियत हद से पार हो रही ,
सच में रेप की घटना हर बार हो रही
इंसान की इस हैवानियत पर,
शैतान भी शर्मिंदा हो रहा,
मैं चीखती रही,
चिल्लाती रही,
फिर भी दरिंदो ने अत्याचार करता रहा,
बंद कमरे में ना सुनी मेरी कोई गुहार,
फिर भी अत्याचार हम पर बार बार होता रहा
कभी निर्भया तो कभी दामिनी,
ना जाने कितनो की अस्मत लूटी है,
इन दरिंदो को फासी दो,
नही तो कह दो,
बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ,
ये बात झूठी है
हर रोज मरती है नारी,
कभी दहेज प्रथा में तो,
कभी सती प्रथा में,
हर बार मरती है नारी,
तमाम बातों से लज्जित की जाती है नारी,
ऐ ज़मीन तेरी गुनाह की
ये कोई सजा लग रही,
सदियों से औरतें
अब भी यहाँ सिसक रही।
कभी आठ साल की बच्ची,
तो कभी तीन बच्चों की माँ के साथ हो रही ,
ये हैवानियत हद से पार हो रही ,
सच में रेप की घटना हर बार हो रही।
😭😭😭
Writer ✍️✍️ विवेक सागर जी
